Monday, December 3, 2007

ब्लॉग वर्ल्ड के साथियों, मदद करो...नारद के फोन्ट नहीं दिख रहे


साथियों, काफी कोशिशों के बावजूद में एग्रीगेटर नारद और कई चिट्ठों में लिखी देवनागरी स्क्रिप्ट नहीं पढ़ पा रहा हूं , मुझे स्क्रीन पर शब्दों के स्थान पर केवल डॉट्स दिखाई दे रहे हैं। और ऐसा केवल चिट्ठों की प्रिविष्ठिओं के साथ हो रहा है। साइड बार में लिखे शब्द आसानी से पढ़े जा रहे हैं। मैंने इन्टरनेट ऑप्शन्स में जा कर ठभई कोिश की है। लेकिन बात कुछ बन नहीं पाई है। मेरे सिस्टम में विण्डोज एक्स पी लोड है। यदि कोई साछई मेरी मदद करेगा को आसानी होगी। कृपया बताएं कि किस प्रकार नारद का फोण्ट पढ़ा जा सकता है। सधन्यवाद।

8 comments:

आलोक said...

फ़ायर्फ़ाक्स पर दिखते हैं क्या?
यदि वहाँ भी नहीं दिखते तो View -> Style -> No style करने से दिखते हैं क्या ?

abhishek said...

view main to style option hi nahi ha????

abhishek said...

no style se padhne main to aa raha hai par mamla kuch jam nahi raha...................any way alok ji madad ke liye bahut bahut shukriya

Jitendra Chaudhary said...

अभिषेक भाई,
फिर से देखिएगा जरा,
आपकी समस्या को देखते हुए, हमने कुछ बदलाव किए है, अब जरा देख कर बताएं कि आपकी समस्या सुलझ गयी कि नही?

abhishek said...

jitendra ji dhanyawaad, ab narad dikhne laga hai, lekin iske angreji shabd kuch ghichpich ho gaye lagate hain ...........bahut bahut shukriya,,,,,,

आलोक said...

अगर सीएसएस में कोई फ़ॉण्ट लिखा हुआ हो तो उसी के जरिए प्रदर्शन करने की कोशिश होती है - और उस फ़ॉण्ट में अगर हिन्दी न हो तो वह गड़बड़ छप सकती है। या उसी नाम से कोई और फ़ॉण्ट आपके यहाँ हो जिसमें हिन्दी न हो तो भी गड़बड़ छप सकती है। यह था इसका मूल कारण, समझ न आया हो तो भूल जाएँ और आनन्द लें।

आलोक said...

और महाराज, आपका पन्ना खुलते ही संगीत बजने लगता है। ठीक है, पर जहाँ तक मेरा सवाल है, अगर मैं संगीत सुनने की हालत में होता हूँ तो पहले ही मशीन पर कुछ संगीत चल रहा होता है, और अगर न होऊँ तो मौन रहता है। शायद औरों के साथ भी ऐसा ही हो। आपसे अनुरोध है कि पन्ना खुलते ही शुरू होने वाला संगीत तो हटा दें। मेरे जैसों का भला होगा। :)

abhishek said...

aalok ji, dhanyawwad, maine sonific ko durust kar liya hai, aapko hui kathinai ke liye kshma chahta hooon. sadar