

अब इस आम चुनाव की सात अप्रेल से शुरू हुई मतदान चरणों की प्रक्रिया में अब तक छह चरण पूरे हो चुके हैं और अब तक कुल 543 में से 232 संसदीय क्षेत्रों के लिए मतदान हो चुका है। अब बचे चार चरणों यानी 24 अप्रेल को 117, 30 अप्रेल को 89,7 मई को 64, 12 मई को 41 सीटों के लिए मतदान होगा। एक तरह से कहा जाए तो ये शेष 311 सीटें महत्वपूर्ण हैं। शायद अब आप हम को समझ आने लगा होगा कि एकाएक मीडिया में इसी दौरान क्यों प्रमुख नेताओं के साक्षात्कार तैरने लगे हैं। तो अब जबकि आधे से भी कहीं ज्यादा समर बाकी है और कांग्रेस एक तरह से मैदान छोड़ चुकी है ऐसे में एक नजर इस पर भी डाल लेना समीचीन होगा कि देश में जिस मोदी लहर के चलने की बात हो रही है और मोदी जिस नाव पर सवार हैं दरअसल उस नाव यानी भाजपा में लहर की सवारी का कितना माद्दा है। मोदी भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद के दावेदार हैं। और यह भी जग जाहिर हैं कि अटल बिहारी वाजपेयी से बड़ा नेता अब तक भाजपा में नहीं हुआ। गौर करें अभी तक। ..तो भाजपा ने अपनी अब तक की संसदीय यात्रा में जो सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल किया है वो है 182 जो पार्टी को 98 और 99 के लोकसभा चुनावो के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी की सदारत में हासिल हुआ था। गौर करने लायक बात यह भी है कि ये चुनाव ही 13 दिन और 13 महीने की वाजपेयी सरकार की शहादत की सहानुभूति लहर पर लड़े और पार उतरे गए थे। पर इस बार जरा माहौल में बदलाव नजर आ रहा है। न केवल भाजपा बल्कि भाजपा के मातृसंगठन यानी आरएसएस को भी लग रहा है कि अभी नहीं तो कभी नहीं । इसलिए वह और उसका पूरा कैडर जिस प्राण पण से जुटा है वैसी सक्रियता इससे पहले कभी देखी नहीं गई।
अब जरा एक नजर नीचे दी गई टेबिल पर डालें और जानें जब भाजपा ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया तब किन राज्यों में उसे कैसा समर्थन मिला। कैसे जब देश के अन्य राज्यों में भाजपा की लोकप्रियता थोड़ी बढ़ी तो उसे सत्ता की चाबी माने जाने वाले राज्य उत्तर प्रदेश ने अपनी नजरों से उतार दिया। इस बार सारी लड़ाई उत्तर प्रदेश में सीटों के बंटवारे पर टिकी है। देखने वाली बात अब यह है कि क्या मोदी की लहर में भाजपा की नाव इतनी ताकत से तैर सकेगी कि वह न केवल उत्तर प्रदेश में अपना खोया वजूद हासिल कर ले बल्कि कुछ दक्षिणी राज्यों में भी अपना प्रदर्शन बरकरार रख सके। यदि किसी प्रकार भाजपा उत्तर प्रदेश में 55 से अधिक सीटें हासिल कर ले तो वह उस आंकड़े के पास पहुंच सकती है जिसे जादुई आंकड़ा कहा जाता है। और मोदी को मिलेगा वाजपेयी से भी बड़ा करिश्माई होने का तमगा।हालांकि अभी यह दूर की कौड़ी है और विरोधियों का कहना है कि जिस हवा की बात की जा रही है वो केवल मीडिया की सुर्खियों तक ही सीमित है। हकीकत तो 16 मई को ही सामने आएगी। जब पीं पीं करती ईवीएम के डिजीटल फिगर बताएंगे कि जादुई फिगर किसके पास है।
भारतीय जनता पार्टी को विभिन्न राज्यों में मिली सीटें
राज्य
|
कुल सीट
|
1998 में जीतीं
|
1999 में जीतीं
|
2009 में जीतीं
|
2014 में कंटेस्टिंग*
|
आंध्रा प्रदेश
|
42
|
04
|
07
|
-
|
|
अरूणाचल प्रदेश
|
02
|
-
|
-
|
-
|
2
|
आसाम
|
14
|
01
|
02
|
04
|
13
|
बिहार
|
40
|
20
|
23
|
12
|
30
|
झारखंड
|
14
|
08
|
14
|
||
गोवा
|
02
|
-
|
02
|
01
|
2
|
गुजरात
|
26
|
19
|
20
|
15
|
26
|
हिमाचल प्रदेश
|
04
|
03
|
03
|
03
|
04
|
हरियाणा
|
10
|
01
|
05
|
-
|
08
|
जम्मू एवं कश्मीर
|
06
|
02
|
02
|
06
|
|
कर्नाटक
|
28
|
13
|
07
|
19
|
28
|
केरल
|
20
|
-
|
-
|
-
|
18
|
मध्य प्रदेश
|
29
|
30
|
29
|
16
|
29
|
छत्तीसगढ़
|
11
|
10
|
11
|
||
महाराष्ट्र
|
48
|
04
|
13
|
09
|
24
|
मणिपुर
|
02
|
-
|
-
|
-
|
02
|
मेघालय
|
02
|
-
|
-
|
-
|
01
|
मिजोरम
|
01
|
-
|
-
|
-
|
-
|
नागालैंड
|
01
|
-
|
-
|
-
|
-
|
उड़ीसा
|
21
|
07
|
09
|
-
|
21
|
पंजाब
|
13
|
03
|
01
|
01
|
03
|
राजस्थान
|
25
|
05
|
16
|
04
|
25
|
सिक्किम
|
01
|
-
|
-
|
-
|
01
|
तमिलनाडू
|
39
|
03
|
04
|
-
|
08
|
त्रिपुरा
|
02
|
-
|
-
|
-
|
02
|
उत्तर प्रदेश
|
80
|
57
|
29
|
10
|
78
|
उत्तराखंड
|
05
|
-
|
5
|
||
पश्चिम बंगाल
|
42
|
01
|
02
|
01
|
42
|
दिल्ली
|
07
|
06
|
07
|
-
|
07
|
पुड्डुचेरी
|
01
|
-
|
-
|
-
|
|
लक्षद्वीप
|
01
|
-
|
-
|
-
|
|
दमन दीव
|
01
|
01
|
-
|
01
|
01
|
दादरा नगर हवेली
|
01
|
01
|
-
|
01
|
01
|
चंडीगढ़
|
01
|
01
|
-
|
-
|
01
|
अंडमान निकोबार
|
01
|
-
|
01
|
01
|
01
|
कुल
|
543
|
182
|
182
|
116
|
422
|